Monday, 10 August 2015

ZINDAGI...!!



 ग़म  और  ख़ुशी का  नाम  ही  ज़िन्दगी है 
अगर  आज  गम है तो  कल खुशियाँ  है
कभि  दूरिया  है  तो कभि नज़दीकियां  है .
ज़िन्दगी  का मतलब  इन  दो  पहलु  से  हि जुड़ा  है।
 
ज़िन्दगी कई रंगो  से  भरा है
बचपन  के  रंग जवानी  के रंग बुढ़ापे का रंग  
और इन्ही  रंगो  से  बनती है  ज़िन्दगी  को  जीने  का  ढंग 
हर  रंगों  का  जादू  कुछ  साथ  भर  का है कुछ  पल भर  का  है।
 
लहरों  कि  तरह  ये  ज़िन्दगी  है
अपनी  मंज़िल  से  टकराना  और  आगे  बढ़ते  रहना
ज़िन्दगी  का  मतलब  इन   दो  पहलू  से हि जुड़ा है 
कभि  रंग  सा  भरा कभि  बेरंग  सा ज़रा।
 
ज़िन्दगी  का  मतलब  आना और  जाना  है
जैसे  समुन्दर कि  लहरें  अपने  किनारे  से  टकराता  है
और फिर  उन्हीं  समुन्दर में  कही  डूब  जाता है।

सन्नाटा

हर तरफ सन्नाटा सा छाया है लगता है जलता चिराग का रौशनी किसी ने चुराया है  इस बहती हवा में अब अलग सा सुकून आया  है ! हर तरफ सन्न...